महावारी न भरने पर भरना पड़ सकता है तगड़ा जुर्माना
कार्यवाही के डर से अधिकांश वाहन स्वामी भर रहे माहवारी रकम
सूरज शुक्ल
रायबरेली । अगर आपको ओवरलोड भारी वाहन चलाने हैं तो आपको माहवारी देनी होगी नही तो जब ओवरलोडिंग पर भारी भरकम जुर्माना होगा तो मत कहना ……………
जी हां आपने सही पढ़ा ,मामला कुछ ऐसा ही है।
कुछ ऐसा ही फरमान है सहायक संभागीय कार्यालय (एआरटीओ) कार्यालय के एक जिम्मेदार का।
बताया जा रहा है कि क्षेत्र के भारी वाहन स्वामियों के लिए जारी इस फरमान का बकायदे पालन भी हो रहा है ,भला पालन भी क्यों न हो क्योंकि साहब जब ओवरलोडिंग में पकड़ेगें तो लंबा रगड़ेंगे ।बताया जा रहा है कि जनपद के ऐसे सैकड़ों भारी वाहन हैं जिनसे माहवारी एक रकम की वसूली की जाती है।इस माहवारी रकम की वसूली हर क्षेत्र का एक वाहन स्वामी ही होता है जो साहब का खासम खास माना जाता है जिसके पास हर महीने की 1 से 5 तारीख तक माहवारी पहुंचानी पड़ती है।बताया जा रहा है कि प्रति वाहन से 5हजार रुपए की वसूली की जाती है ।जानकार बताते हैं कि जनपद में ऐसे सैकड़ों वाहन स्वामी हैं जो माहवारी रकम देते हैं और खुलकर ओवरलोडिंग करते है और जो लोग माहवारी नही देते उनपर जबरदस्त जुर्माना ठोंका जाता है।
यदि आकलन किया जाए तो जनपद में लगभग 5सौ से अधिक भारी वाहन तो जरूर होंगे जिनमें से कुछ अलग अलग जनपदों के नंबर वाले वाहन भी शामिल हैं।
तो यदि प्रति वाहन ₹5000 तो 500×5000=2500,000 यानी पच्चीस लाख की वसूली बताई जा रही है।
उक्त जानकारी वाहन कुछ वाहन स्वामियों के द्वारा ही दी गई है जिन्होंने नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर उक्त जानकारियां साझा की है।फिलहाल यदि ऐसा है तो इससे सरकार को हर महीने लाखों रुपए के राजस्व को चूना लगाया जा रहा है।
हालाकि मामले की सारा समय पुष्टि नहीं करता है।