कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने मुंशीगंज, रायबरेली स्थित किसान शहीद स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
रायबरेली ।1920-21 के असहयोग आंदोलन के दौरान अवध में किसान आंदोलन छिड़ गया। यह आंदोलन बाबा रामचंद्र और मदारी पासी के नेतृत्व में चला था। आंदोलन के दौरान रायबरेली के मुंशीगंज में भयानक गोलीकांड हुआ। 7 जनवरी 1921 को सई नदी के पुल पर किसानों को घेरकर गोलियों से भून दिया गया था।
इसकी सूचना मिलने पर पंडित मोतीलाल नेहरू और जवाहरलाल नेहरू जी रायबरेली पहुंचे थे और पीड़ित किसानों से मुलाकात की। इस नरसंहार के यह आंदोलन और तेज हुआ तो मोतीलाल नेहरू और जवाहरलाल नेहरू को गिरफ्तार कर लिया गया था।
बाद में शहीद किसानों की याद में यहां पर शहीद स्मारक बनाया गया। 1921 में रायबरेली की जनता के साथ शुरू हुआ कांग्रेस का यह रिश्ता आजतक कायम है।
उक्त वक्तव्य रायबरेली के मुंशीगंज शहीद स्मारक पर सहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए प्रियंका गांधी नए कही ।