ऊंचाहार,रायबरेली। शारदीय नवरात्रि के पहले दिन गोकर्ण ऋषि की तपस्थली गोकना घाट पर हजारों श्रद्धालुओं ने पतित पावनी गंगा में डुबकी लगाई और पूजा अर्चना कर दान दक्षिणा देकर पुण्य की कामना की। इसके बाद भक्तों ने आदिशक्ति जगतजननी मां दुर्गा की पूजा आराधना कर कल्याण की कामना की। आधीरात के बाद से ही श्रद्धालुओं के गंगा स्नान का सिलसिला शुरू हुआ। हर हर गंगे, हर हर महादेव, जय दुर्गा के जयकारों तथा घंटा घड़ियाल की ध्वनि से घाट गुंजायमान रहे। नैवेद्य, धूप, अगरबत्ती व हवन की समिधा से पूरा वातावरण सुगंध से गमकता रहा। नवरात्रि के प्रथम दिन भक्तों ने गंगा स्नान के बाद देवी मंदिरों में माता की पूजा अर्चना की। वहीं तमाम भक्तों ने घरों में कलश स्थापित किया। जहां नौ दिनों तक भक्त पूजा अर्चना करेंगे।
वहीं विभिन्न स्थानों पर भक्तों की ओर से पंडालों में नवदुर्गा की मूर्तियों की स्थापना कर पूजा अर्चना की शुरुआत की जा रही है। मां गंगा गोकर्ण जनकल्याण सेवा समिति के सचिव व वरिष्ठ पुरोहित पंडित जितेंद्र द्विवेदी ने बताया कि भोर से ही घाट पर स्नान के लिए भक्तों की भारी भीड़ लग गई। भक्तों ने स्नान के बाद गंगा मैया की पूजा अर्चना की और मंदिरों में जलाभिषेक कर पुरोहितों को दान दक्षिणा देकर कल्याण का आशीर्वाद लिया। नवरात्रि की प्रथम दिन होने पर भक्तों की ओर से मां दुर्गा की आराधना के लिए कलश स्थापना व पंडालों में दुर्गा मां की प्रतिमाओं की स्थापना की शुरुआत भी होगी। समिति की ओर से शनिवार को मंदिरों एवं घाटो की साफ-सफाई भी कराई गई। समिति ने स्नान के दौरान लाउडस्पीकर से सुरक्षा संबंधी जानकारी दी गई। इस दौरान स्नानार्थियों की सुरक्षा के मद्देनजर घाट पर नाव, नाविक व गोताखोरों की व्यवस्था रही। तहसील प्रशासन के कर्मचारियों के अलावा पुलिस बल की मौजूदगी रही।