सारा समय न्यूज नेटवर्क
रायबरेली । न्यू स्टैण्डर्ड बालिका विद्या मन्दिर रायबरेली में राश्ट्रीय पंचायती राज दिवस के अवसर पर कार्यक्रम आयोजित कर स्कूल के बच्चों को इसके सम्बन्ध में स्कूल के शिक्षक बी.एन. त्रिवेदी जी ने विधिवत जानकारी देते हुए बताया कि पंचायती राज व्यवस्था को भारत में स्थानीय स्वशासन का एक विकेन्द्रीकृत रूप माना जाता है। उन्होंने कहा कि इसे ग्रामीण समुदायों को मजबूत बनाने और जमीनी स्तर पर लोकतंत्र को बढ़ावा देने के लिए पेश किया गया था। इसके तीन स्तर होते हैं-ग्राम पंचायत, पंचायत समिति, जिला परिशद। पंचायती राज व्यवस्था ग्रामीण भारत की स्थानीय स्वशासन प्रणाली है। जिस प्रकार नगरपालिकाओं और उपनगरपालिकाओं के द्वारा शहरी क्षेत्रों का स्वशासन चलता है, उसी प्रकार पंचायती राज संस्थाओं के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों का स्वशासन चलता है। भारत में प्राचीन काल से ही यह व्यवस्था अस्तित्व में रही है। स्कूल की छात्राओं में से अनुश्री द्वारा पंचायती राज व्यवस्था पर व्यक्त किये गये विचार एवं गौरी तथा कात्यायनी की आपसी संवाद योजना सराहनीय रही।
कार्यक्रम के अन्त में विद्यालय प्रधानाचार्य श्री तारकेश्वर सिंह जी ने भी इस व्यवस्था के सम्बन्ध में बच्चों को जानकारी देते हुए कहा कि आधुनिक भारत में प्रथम बार तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू द्वारा 02 अक्टूबर 1959 को पंचायती राज व्यवस्था लागू की गयी और इसे संवैधानिक मान्यता भी प्राप्त हो गयी। उन्होंने सरल से सरल छोटे-छोटे उदाहरण देते हुए इस व्यवस्था को समझाने का स्तुत्य प्रयास किया। वास्तव में यह एक त्रिस्तरीय ढ़ाँचे की स्थापना है। पंचायती राज में महिला भागीदारी, महिला सशक्तिकरण के प्रति महत्वपूर्ण योगदान है।
इस अवसर पर समस्त विद्यालय परिवार उपस्थित रहा।