आरोपियों को बचाने में जुटे स्थानीय खाकीपोश
पुलिस अधीक्षक के हस्तक्षेप के बाद मामले की जांच क्षेत्राधिकारी डलमऊ को सौंपी गई
सारा समय न्यूज नेटवर्क
ऊंचाहार , रायबरेली , महिला यौन अपराधों में ऊंचाहार पुलिस के बड़े अजब गजब कारनामे सामने आ रहे हैं । महिला से छेड़छाड़ मामले पुलिस दस साल पहले मर चुके व्यक्ति पर प्राथमिकी दर्ज कर लेती है , किंतु किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में बिना किसी जांच के दो आरोपितों को बरी कर दिया जाता है । इस प्रकरण में एसपी ने सीओ डलमऊ को जांच सौपी है ।
ज्ञात हो कि क्षेत्र के फूल की बाग गांव निवासी मृतक राजेंद्र के विरुद्ध पुलिस ने महिला के साथ छेड़छाड़ और मारपीट की प्राथमिकी दर्ज कर ली । मामले का खुलासा हुआ तो पुलिस अपना दामन बचाने के लिए तरह तरह के तर्क बताने लगी । यह मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि सोमवार को एसपी के सामने ऊंचाहार पुलिस का एक नया कारनामा सामने आ गया । क्षेत्र के गांव मकवापुर निवासिनी एक किशोरी के साथ तीन लोगों ने शराब पिलाकर सामूहिक दुष्कर्म किया था । इस मामले में पुलिस ने तहरीर बदलकर केवल एक आरोपित छोटू शिल्पकार निवासी ग्राम पिपरहा को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया । पीड़िता की मां ने एसपी को बताया कि उसकी बेटी के साथ पिपरहा गांव के तीन लोगों के सामूहिक दुष्कर्म किया था । जिसकी तहरीर उसने कोतवाली में दी थी , किंतु पुलिस ने पूरी तहरीर ही बदलवा दी । महिला की शिकायत पर एसपी ने सीओ डलमऊ को जांच करके आख्या रिपोर्ट मांगी है । सीओ अरुण कुमार नौहार का कहना है कि शिकायतों की जांच की जाएगी और जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके अनुसार कार्रवाई होगी ।
Comming Soon -अपराधियों के गिरफ्त में ऊंचाहार