सलोन।सलोन नगर में स्थित खानकाहे करीमिया नईमिया का 347वां सालाना ऊर्स धूमधाम से मनाया गया।उर्स के तीसरे दिन जुलूस ए गागर जायरीनो के आकर्षण का केंद्र रहा।जुलूस ए गागर कार्यक्रम का नेतृत्व खानकाहे करीमियां नईमियां के सज्जादानशीन शाह अहमद हुसैन जाफरी ने किया।सज्जादानशीन के साथ सैकड़ो जायरीनों का हुजूम बड़े उत्साह के साथ गागर उठाये लयबद्ध एक सुर ने चाचर देखन हम जो गइन,पीरन के दरबार,देखत नैना भीज गयो बिसर गयो घरबार गा रहे थे।इस बारे में स्थानीय लोगो का कहना हैं कि कई दशक पूर्व उर्स के दौरान जब कार्यक्रम जुलूस ए गागर में लोग शिरकत कर रहे थे।तभी वहाँ एक सूखे कुएँ में पानी हिलोरे लेने लगा था।लोग इसे आठो पीर बाबा की कृपा का चमत्कार मानते हैं।जुलूस के समापन पर हजरत अली की शान में कलाकारों के साथ कव्वाली’आठो पीर मोरी भर दो गगरिया, आओ सलोन चढ़ाऊँ चदरिया आठो पीर,गागर ऊपर गागरी, भर आईं रे लंगरुवा गागरी।सुनकर जायरीन मुग्ध हो गये।इस दौरान कौल मारफत भी पढा गया।उर्स में आस पास जिलों तथा क्षेत्र के अनेक बुजुर्ग लोगों की भारी भीड जमा होती हैं।सुबह से बडी सख्या में महिलायें व पुरुष जायरीनो ने रौजे पर आठो पीर बाबा हजरत नईम अताशाह बाबा की मजार पर चादर चढा कर मन्नते माँगकर दुआ की।फूलो की चादरों से मजार पट गयी थी।सूफी संतो की नगरी सलोन स्थित विख्यात मियां साहब के रौज़े पर शाह नईम अता के दरगाह पर सालाना उर्स गागर पर देशभर के लोगो का तांता लगा रहता है।इस मौके पर सैय्यद शाह जाफरी हुसैन,जफर हुसेन मिया, मंसूर हुसैन जाफरी,नसीर हुसैन,अदनान मियां जहीर हुसैन आदि लोग मौजूद रहे।
खानकाहे करीमिया नईमिया का 347वां सालाना ऊर्स धूमधाम से मनाया गया
